C M virbhadra singh
जय भीमाकाली राजा वीरभद्र और मां भीमकाली की कुछ अनूठी कड़िया माँ भीमाकाली, बुशहर राजवंश की कुलदेवी के रूप में प्रतिष्ठित है. बुशहर रियासत की प्राचीन राजधानी सराहन ही हुआ करती थी. शायद कठिन भोगोलिक परिस्थितिओं को देखते हुए बाद में राजा राम सिंह ने रामपुर को बुशहर की राजधानी के रूप में विकसित किया और अंतिम राजा के रूप में श्री वीरभद्र सिंह जी ने इसका प्रतिनिधित्व किया. वह आज तक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, और हिमाचल के लोग उन्हें आज भी राजा साहब कह कर बुलाना पसंद करतेे है यह मंदिर राजाओं के महल के अंदर स्थापित था पर अब यह सार्वजनिक स्थान है मां भीमकाली मंदिर के मंदिर के दो भव्य भवन है एक भवन में सभी यात्रियों को दर्शन की अनुमति है किंतु दूसरे भवन केवल राजा वीरभद्र के लिए ही खोला जाता था कहा जाता है की मां भीमकाली उनकी कुल की देवी थी दूसरे भवन में राजा वीरभद्र के अतिरिक्त किसी और को जाने की अनुमति नही है आज तक यहां हर विजयादशमी के समय पे वीरभद्र सिंह जी यहां पूजा करने आते थे। ( स्थानीय लोगो का यह भी कहना है कि) कुछ समय पहले राजा साहब के महल में