guchi mushroom
गुच्छी
हिमालयो जड़ी बूटियों का खजाना है इस में कई प्रकार की जड़ी बुटिया पायी जाती है। जिनसे की कई प्रकार की गंभीर बीमारियों को ठीक किया जाता है। गुच्छी इन सब में से एक औषधि है जिसे हम सब्जी के रूप में भी खा सकते है।जिस की सब्जी बहुत स्वादिष्ट बनती है
इसे हम गुच्छी के नाम से जानते है। जो की भूरे रंग की होती है। ये 5000 फ़ीट या इस से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रो में पायी जाती है। यह बर्फ पिघलने के बाद जंगलो में मिलती है। यह आसानी से नहीं मिलती इसे ढूढ़ने के लिए कड़ी मशकत करनी पड़ती है। जंगलो की अधिक कटाई के कारण ये अब बहुत कम मात्रा में मिलती है
यह काफी महंगी बिकती है। क्यूंकि इसमें कई प्रकार के औषधीय गुण होते हैं। जिस वजह से ये इंडिया में ही नहीं विदेशो में भी इसकी काफी मांग है। इसका वैज्ञानिक नाम मार्कुला एस्कयुप्लेेंटा हैं इसका मशरूम है। और जिन स्थानों में यह पायी जाती है वहां इसे चेऊ , छतरी , ढिंढोरा और टेटमोर कहा जाता है
गुच्छी के औषधियों गुण
- गुच्छी का उपयोग हम सदियों से दवा के रूप में भी कर रहे है
- इसमें बी कॉम्लेक्स विटामिन, विटामिन डी ओर एसिड होता है
- यह दिल के दौरे जैसे बीमारियों को रोकने में सक्षम है।
- गुच्छी में फाइबर की मात्रा 17.6%, प्रोटीन 32.7% ,2% फैट तथा 38% कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है
- गुच्छी का नियमित इस्तेमाल करने से हृदय रोग नहीं होता है
गुच्छी के फायदे
गुच्छी का उपयोग हम सब्जी बनाने, सूप बनाने, तथा आचार बनाने के लिए करते हैं। जो आपको स्वस्थ रहने में मदद करता है गुच्छी मोटापा सर्दी,जुखाम से लड़ने की क्षमता को बढाता है प्रोस्टेट स्तन कैंसर की आशंका को कम करता है तथा सूजन दूर करने में भी लाब्दायक होता है।
गुच्छी का उत्पादन
गुच्छी मार्च माह से पहले हिमाचल के क्यी गांव के जंगलों में पाई जाती हैं अच्मभा यह है कि इससे हम बीज बो कर इसका उत्पादन नहीं कर सकते यह कुदरत की एक प्राकृतिक देन है यह मौसम खराब होने के बाद बिजली चमकने से जो बिजली ज़मीन से टकराती है उसके बाद इस सब्जी का उत्पादन होता है
गुच्छी किन क्षेत्रों में पाई जाती हैं
भारत और नेपाल की स्थानीय भाषा में इसे (गुच्छी,छतरी,ट्टमोर, दुंगरो तथा चेऊ कहा जाता है।गुच्छी च्ंबा,कश्मीर, कुल्लू,शिमला, मनाली, ठियोग, कुमर्सैन, कोटगड़,कुल्लू, किन्नौर, सहित हिमाचल प्रदेश के कई जिलों के जंगलों में पाई जाती हैं
गुच्छी की सब्जी कैसे बनाते हैं
समाग्री - प्याज, लहसुन, टमाटर,जीरा, धनियां,हरी मिर्च,हिंग,अदरक, मेथी, कली मिर्च,नमक,हल्दी, ये सब स्वाद अनुसार
गुच्छी यदि ताज़ा हो तो आप उससे सामान्य सब्जी की तरह बना सकते है आप इसमें प्यास लहसुन और टमाटर के बाद गुच्छी डाल सकते हैं किंतु इसमें आप पानी ना डाले यदि आप इसे पानी के बिना ही बनाते है तो यह बहुत स्वादिष्ट बनती है यदि आप सुखी सब्ज़ी बनाना चाहते है तो आपको सुखी गुच्छी को अच्छे से पानी में उबाल लें और उसके बराबर टुकड़े कर दें ओर फिर उसे सामान्य तरीके से बना ले।
गुच्छी की लागत
गुच्छी सबसे महंगी बिकने वाली सब्ज़ी है इसके कीमत सुनकर अच्छे अच्छे के होश उड़ जाते है इसकी कीमत 20से 30हजार प्रति किलो है।
गुच्छी का आप अचार भी भी बना सकते है।
Great work
जवाब देंहटाएंdhanyabad
हटाएंVery informative.
जवाब देंहटाएंThanks
हटाएंNice post
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