mamleshwar mahadev
महाभारत के समय का मंदिर
ममलेश्वर महादेव
यह मंदिर बहुत ही पौराणिक मान्यताओं पर आधारित है। माना जाता है की पांडवो ने वनवास के समय इस मंदिर में समय वयतीत किया था। और उनके त्थयों भी इस मंदिर में मौजूद है।
महाभारत के समय का गेहूँ का दाना
इस मंदिर में 100या 200 ग्राम गेहूँ का दाना भी है जो की माना जाता है की पांडवो के समय का है। और साथ ही एक 6 फ़ीट के जितना बड़ा ढोल उपस्थित है माना जाता है की ये ढोल भीम का है भीम इस ढोल को बजाया करते थे यहां से जाते समय वो इस ढोल को यहां छोड़ गए थे। और साथ इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ की पांच शिवलिंग भी है जो की पांडवो ने यहां सथापित किए थे।
ममलेश्वर महादेव
ममलेश्वर महादेव
पांच हजार साल पुराना धुणा
इस मंदिर में धूणा है जो की 5000 सालो से लगातार चल रहा है माना जाता है की यह धुणा भी पांडवों के समय से लगातार चला आ रहा है। इस धुणे को लेकर इस गॉंव मैं एक प्रचलित कहानी भी है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस गॉंव में पहले एक राक्षश रहा करता था। जो की गॉंव वालो को खाता था इस वजह से इस गॉंव के लोग काफी डरे हुए रहते थे। उन्हें हर रोज गॉंव का एक व्यक्ती उस राक्षस के पास भेजना पड़ता था जब पांडव इस गांव मैं पहुंचे तो उन्हें इस बारे मै पता चला तो भीम ने निर्णेय लिया की आज वो जायेगा भीम ने अकेले ही उस राक्षस को मार दिया तब से यह धुणा लगातार जल रहा है
इन सभी तथ्यों की वजह से यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है इस मंदिर मैं हर रोज देशी विदेशी पर्यटकों का जमाबड़ा लगा रहता है। जो की यहां की प्राकृतिक सुंदरता को और मंदिर के तथ्यों को देख कर हैरान रह जाते है।
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ममलेश्वर महादेव
कैसे पहुंचे
भारत के राज्यों हिमाचल, हिमाचल की राजधानी शिमला से करसोग 100 किमी की दुरी पर स्थीत है। यह मंदिर सड़क के माध्यम से आसानी से जुड़ा हुआ है। करसोग से ममलेश्वर महादेव मंदिर मात्र 1500 मीटर दूर है।
हवाई अड्डा
सबसे नजदीकी हवाई अड्डा आपको शिमला में मिलेगा। शिमला हवाई अड्डा से आप कैब या बस के माध्यम से करसोग पहुंच सकते है। जो की 115 कि0 मी दूर है
नजदीकी रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी रैलवे स्टेशन भी आपको शिमला मे ही मिलेगा रेलवे स्टेशन से आपको कैब या बस के माध्यम से ममलेश्वर महादेव पहुंचना पड़ेगा
ममलेश्वर महादेव
आसपास के घूमने के स्थान
करसोग घाटी अपनी प्रकृतिक सुंदरता के लिए जानी जाती है। इस घाटी मे बहुत ज्यादा मंदिर है उनमे से कुछ
शिकारी माता मंदिर , महू नाग मंदिर , पांगणा महल ,
शिकारी माता ट्रेक का वेर्नन इस लिंक पर मिल जायेगा
ममलेश्वर महादेव
कहा रूके
करसोग घाटी में आपको आपकी सुविधा अनुसार होटल मिल जायँगे जो की सब रेंजेस में उपलब्ध है
Nice article
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